✍️ परवेज अख्तर/सीवान
सिवान : मंडल कारा के बंदियों को मुख्य धारा से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। बंदियों को उद्योग समेत कई अन्य तरह के रोजगारपरक प्रशिक्षण दिए जा रहे हैं। इसी कड़ी में मंडल कारा के 35 बंदियों को स्वावलंबी बनाने के उद्देश्य से मत्स्य पालन का प्रशिक्षण बुधवार से शुरू कर दिया गया। प्रशिक्षण के बाद उक्त बंदियों को प्रमाण पत्र भी दिया जाएगा। कारा अधीक्षक देवाशीष कुमार सिन्हा ने बताया कि मंडल कारा में बंद 35 बंदियों को ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान की ओर से 10 दिवसीय मछली पालन प्रशिक्षण शुरू किया गया है। कारा से बाहर निकलने के बाद प्रशिक्षित बंदी मछली पालन कर रोजगार से जुड़ सकेंगे। जेल से बाहर निकलने के बाद स्वरोजगार के लिए उन्हें बैंक से ऋण भी मिलेगा। इतना ही नहीं सरकार की ओर से अन्य संबंधित योजनाओं में भी इससे लाभ मिल सकता है। बंदियों को मछली पालन की ट्रेनिंग पूरी तरह नि:शुल्क दी जा रही है। इसके बदले किसी तरह का शुल्क वहन नहीं करना होगा। बताया कि विशेषज्ञों द्वारा मछली का बीज डालने, उनका भोजन कैसा हो, पानी की मात्रा कितनी हो, किस किस्म के मछली का पालन किया जाए, यह सारी जानकारी दी जा रही है। प्रशिक्षण पाने वाले बंदियों में भी इसको लेकर उत्साह है।



 
				 
							 
															






