सिवान:– दारौंदा 109 विधानसभा में एनडीए की कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन किया गया था। इस कार्यकर्ता सम्मेलन में दरौंदा विधानसभा के दो प्रबल दावेदार के समर्थक आपस में भीड़ गए और धक्का मुक्की करने लगे जिससे एनडीए कार्यकर्ता सम्मेलन में गहमागहमी काफी देर तक देखने को मिला।

बता दे की दारौंदा से अभी भाजपा के विधायक कर्णजीत सिंह उर्फ व्यास सिंह है जो एनडीए के प्रबल दावेदार हैं क्योंकि वह अभी वर्तमान में विधायक हैं। वही दूसरी तरफ दरौंदा से विधायक रह चुकी पूर्व सांसद कविता सिंह और उनके पति अजय सिंह भी एनडीए यानी कि जदयू से टिकट की दावेदारी कर रहे हैं। एनडीए कार्यक्रम में मंत्री मंगल पांडेय भी पहुंचे हुए थे। एनडीए के कार्यकर्ता सम्मेलन में दोनों दिग्गज नेता काफी संख्या में समर्थकों के साथ सभा स्थल पर पहुंचे जहां पर एक तरफ विधायक व्यास सिंह के समर्थक व्यास सिंह जिंदाबाद के नारे लगा रहे थे वहीं दूसरी तरफ जदयू नेता अजय कविता सिंह के समर्थक अजय सिंह जिंदाबाद के नारे लगा रहे थे।अपने नेताओं के नारे लगाते हुए समर्थक इतने ज्यादा उत्साहित हो गए कि एक दूसरे से ही भीड़ गए। दोनों नेताओं के समर्थकों में धक्का मुक्की होने लगी। मंत्री मंगल पांडेय के सामने ही दोनों नेताओं के समेत अपने अपने नेता के लिए नारे लगाते दिखे। माहौल गरमाता देख मंत्री मंगल पांडेय ने विधायक व्यास सिंह और जेडीयू नेता अजय सिंह को इशारा कर समर्थकों को चुप कराने का निर्देश दिया। इसके बाद विधायक व्यास सिंह अपने समर्थकों से हाथ जोड़ कर शांत रहने की अपील करने लगे वही जेडीयू नेता अजय सिंह ने भी अपने समर्थकों से शांत रहने की अपील की। तब जाकर दोनों नेता के समर्थक शांत हुए लेकिन जिस तरह से दोनों नेताओं के समर्थकों के बीच धक्का मुक्की हुई वो चर्चा का विषय बन गई की दारौंदा विधानसभा में एनडीए में ही वर्चस्व की लड़ाई देखने को मिलेगी।



जानकारी के लिए बता दें कि दारौंदा विधानसभा बनने के बाद जेडीयू नेता अजय सिंह की मां जगमातों देवी विधायक बनी। जगमातों देवी की निधन के बाद इस सीट पर उपचुनाव होने वाले थे तब अजय सिंह की पत्नी कविता सिंह जेडीयू के टिकट पर चुनाव लड़कर जीत हासिल की। फिर सिवान लोकसभा चुनाव में एनडीए ने कविता सिंह को अपना प्रत्याशी बनाया और कविता सिंह ने हिना शहाब को हराकर सिवान की सांसद बनी। फिर इस सीट पर उपचुनाव होने को थे तब जेडीयू ने इस बार अजय सिंह को अपना प्रत्याशी एनडीए से बनाया। लेकिन इस बार भाजपा नेता कर्णजीत सिंह उर्फ व्यास सिंह निर्दलीय ही चुनावी मैदान में कूद पड़े। व्यास सिंह ने इस दारौंदा विधानसभा उपचुनाव में जेडीयू यानी कि एनडीए प्रत्याशी अजय सिंह को हरा दिया। फिर इसके बाद विधानसभा चुनाव में ये सीट भाजपा खाते में चली गई और फिर व्यास सिंह एनडीए के प्रत्याशी बने और चुनाव में जीत हासिल की। इस बार व्यास सिंह के साथ अजय सिंह और उनकी पत्नी कविता सिंह भी प्रबल दावेदार हैं।









